Tuesday, January 25, 2011

छात्रों को अब नहीं मिलेंगे कृपांक - MDU, Rohtak

रोहतक मदवि प्रशासन ने विद्यार्थियों को परीक्षाओं में कृपांक (ग्रेस मा‌र्क्स) देने की योजना को खत्म करने की तैयारी कर ली है। साथ ही 20 से कम या 60 से अधिक अंक वाले विद्यार्थियों के लिए पुनर्मूल्यांकन पर रोक लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। विवि प्रशासन नए सत्र से परीक्षा प्रणाली को आसान व पारदर्शी बनाने की कवायद में जुटा है। इसके तहत कृपांक योजना को खत्म करने की योजना बनाई गई है। अब तक कृपांक कुल अंकों के एक प्रतिशत अंक दिए जाने से रिजल्ट के प्रभावित होने की सूरत में दिए जाते हैं। यानी यदि किसी पाठ्यक्रम में चार पेपर 400 अंकों के हैं और किसी एक वर्ष में विद्यार्थी को पास होने के लिए या री-अपीयर के लिए चार अंक तक की जरूरत है तो ऐसी स्थिति में ये अंक दिए जाते हैं, लेकिन इस संबंध में विद्यार्थी की अंक तालिका में स्पष्ट लिखा जाता है। इसीलिए विवि प्रशासन इसे खत्म करने पर विचार कर रहा है। इसके अलावा पुनर्मूल्यांकन के बढ़ते मामलों व परिणाम में देरी के चलते पुनर्मूल्यांकन के लिए न्यूनतम व अधिकतम अंक निर्धारित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। नए प्रस्ताव के तहत 20 से कम होने व 60 से अधिक अंक होने की सूरत में पुनर्मूल्यांकन का मौका नहीं मिलेगा। विवि में इमसार विभाग के अध्यक्ष प्रो. एचजे घोषराय ने बताया कि परीक्षा प्रणाली को आसान बनाने के लिए विवि के प्रोफेसरों की बैठक हुई थी, जिनमें कृपांक प्रणाली को खत्म करने व पुनर्मूल्यांकन के लिए न्यूनतम व अधिकतम अंक निर्धारित करने पर विचार किया गया।


Dainik Jagran se sabhar.

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