कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तर्ज पर चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी ने भी स्नातक व स्नातकोत्तर में विद्यार्थियों को पूरे कोर्स के दौरान एक ही रोल नंबर कम रजिस्ट्रेशन नंबर जारी करने का निर्णय लिया है।नौ दिसंबर से शुरू हुई स्नातकोत्तर कोर्सों की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी ने पूर्व में रोल नंबर कम रजिस्ट्रेशन नंबर जारी किए थे। अब पूरे कोर्स के दौरान विद्यार्थियों का यही रोल नंबर चलेगा। इससे विद्यार्थियों और अधिकारियों को आसानी होगी। सीडीएलयू से पहले सिरसा और फतेहाबाद जिले के 46 कॉलेज कुरुक्षेत्र से संबद्ध थे। केयूके ने नए सत्र से पूरे कोर्स के लिए एक ही रोल नंबर जारी करने की योजना बनाई थी। इसी बीच जुलाई में दोनों
जिलों के कॉलेज सीडीएलयू से संबद्ध कर दिए गए। सीडीएलयू ने इस योजना पर काम करते हुए नए सत्र से एनरोल हुए सभी 11525 विद्यार्थियों को 11 अंकों के रोल नंबर कम रजिस्ट्रेशन नंबर जारी किए। ॥इस बार से एनरोल हुए 11525 विद्यार्थियों को रोल नंबर कम रजिस्ट्रेशन नंबर जारी किए गए थे। अब हर साल परीक्षा विद्यार्थियों का रोल नंबर नहीं बदलेगा। परीक्षा से पहले एडमिट कार्ड जरूर जारी किए जाएंगे। एक रोल नंबर होने से विद्यार्थियों का रिकार्ड आदि जांच करने, खोजने व प्रशासनिक कार्यों में बहुत सुविधा होती है।ञ्जञ्ज डॉ. प्रवीन अघमकर, प्रोफेसर व कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन, सीडीएलयू
जिलों के कॉलेज सीडीएलयू से संबद्ध कर दिए गए। सीडीएलयू ने इस योजना पर काम करते हुए नए सत्र से एनरोल हुए सभी 11525 विद्यार्थियों को 11 अंकों के रोल नंबर कम रजिस्ट्रेशन नंबर जारी किए। ॥इस बार से एनरोल हुए 11525 विद्यार्थियों को रोल नंबर कम रजिस्ट्रेशन नंबर जारी किए गए थे। अब हर साल परीक्षा विद्यार्थियों का रोल नंबर नहीं बदलेगा। परीक्षा से पहले एडमिट कार्ड जरूर जारी किए जाएंगे। एक रोल नंबर होने से विद्यार्थियों का रिकार्ड आदि जांच करने, खोजने व प्रशासनिक कार्यों में बहुत सुविधा होती है।ञ्जञ्ज डॉ. प्रवीन अघमकर, प्रोफेसर व कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन, सीडीएलयू
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